तौबा है के हम इश्क़
बुतों का न करेंगे
वो करते है अब, जो न किया था, न करेंगे.
ठहरी है के ठहराएंगे
ज़ंजीर से दिल को
पर बरहमी ज़ुल्फ़ का
सौदा न करेंगे.
अंदेशा मिश्रगा है
अगर खून ने किया जोश
नश्तर से इलाज ऐ दिल ऐ
दिवाना करेंगे.
ग़र आरज़ूओं वसल ने
बिमार किया तो
परहेज़ करेंगे पे मदावा
करेंगे.
तश्बीया ज़ेबुस देते
है लैब हाय बुताँ को
मर जायेंगे पर मिन्नतें`
ईसा न करेंगे
फिर जाये न चश्मे सनम
आँख के आगे
सेरे चमन नर्गिस ऐ
शेहला न करेंगे.
है अहद के फिर जाना फिर
कुये बुताँ मैं
फिर जाये अब आहद से
ऐसा न करेंगे.
तौबा है के हम इश्क़
बुतों का न करेंगे
वो करते है अब, जो न किया था, न करेंगे.
ठहरी है के ठहराएंगे
ज़ंजीर से दिल को
पर बरहमी ज़ुल्फ़ का
सौदा न करेंगे.
अंदेशा मिश्रगा है
अगर खून ने किया जोश
नश्तर से इलाज ऐ दिल ऐ
दिवाना करेंगे.
ग़र आरज़ूओं वसल ने
बिमार किया तो
परहेज़ करेंगे पे मदावा
करेंगे.
तश्बीया ज़ेबुस देते
है लैब हाय बुताँ को
मर जायेंगे पर मिन्नतें`
ईसा न करेंगे
फिर जाये न चश्मे सनम
आँख के आगे
सेरे चमन नर्गिस ऐ
शेहला न करेंगे.
है अहद के फिर जाना फिर
कुये बुताँ मैं
फिर जाये अब आहद से
ऐसा न करेंगे.