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रविवार, 25 सितंबर 2016

इश्क़ बुतों का न करेंगे | मोमिन खान मोमिन



इश्क़ बुतों का न करेंगे

तौबा है के हम इश्क़ बुतों का न करेंगे
वो करते है अब, जो न किया था, न करेंगे.

ठहरी है के ठहराएंगे ज़ंजीर से दिल को
पर बरहमी ज़ुल्फ़ का सौदा न करेंगे.

अंदेशा मिश्रगा है अगर खून ने किया जोश
नश्तर से इलाज ऐ दिल ऐ दिवाना करेंगे.

ग़र आरज़ूओं वसल ने बिमार किया तो
परहेज़ करेंगे पे मदावा करेंगे.

तश्बीया ज़ेबुस देते है लैब हाय बुताँ को
मर जायेंगे पर मिन्नतें` ईसा न करेंगे

फिर जाये न चश्मे सनम आँख के आगे
सेरे चमन नर्गिस ऐ शेहला न करेंगे.

है अहद के फिर जाना फिर कुये  बुताँ मैं
फिर जाये अब आहद से ऐसा न करेंगे.


 तौबा है के हम इश्क़ बुतों का न करेंगे
वो करते है अब, जो न किया था, न करेंगे.

ठहरी है के ठहराएंगे ज़ंजीर से दिल को
पर बरहमी ज़ुल्फ़ का सौदा न करेंगे.

अंदेशा मिश्रगा है अगर खून ने किया जोश
नश्तर से इलाज ऐ दिल ऐ दिवाना करेंगे.

ग़र आरज़ूओं वसल ने बिमार किया तो
परहेज़ करेंगे पे मदावा करेंगे.

तश्बीया ज़ेबुस देते है लैब हाय बुताँ को
मर जायेंगे पर मिन्नतें` ईसा न करेंगे

फिर जाये न चश्मे सनम आँख के आगे
सेरे चमन नर्गिस ऐ शेहला न करेंगे.

है अहद के फिर जाना फिर कुये  बुताँ मैं
फिर जाये अब आहद से ऐसा न करेंगे.


(मोमिन खान मोमिन )

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