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मंगलवार, 31 जनवरी 2017

दिल धड़कता है तुम याद बहुत आते हो | न ये धड़कन रुकती है न तुम खवाब से जाते हो


दिल धड़कता है तुम याद बहुत आते हो
न ये धड़कन रुकती है न तुम खवाब से जाते हो

नज़रों से नज़रे मिलती है
तुम दिल में समाते जाते हो
मधमस्त नशा हो जाता है
जब तुम निगाहो से पिलाते हो

दिल धड़कता है तुम याद बहुत आते हो
न ये धड़कन रुकती है न तुम खवाब से जाते हो

घटा घिर के आती है
जब तेरी ज़ुल्फो का साया पाती है
हर शे पे जवानी छा जाती है
जब तेरी खुशबु पाती है

दिल धड़कता है तुम याद बहुत आते हो
न ये धड़कन रुकती है न तुम खवाब से जाते हो






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